Mini Habits Book Summary in Hindi
आदतें इंसान को बनाती है और आदतें इंसान को बिगाड़ ती भी है | इसीलिए सही आदतों का होना बहोत जरुरी है success के लिए |
हर कामयाब इंसान में कुछ आदतें common होती है | वही आदतें उन्हें एक आम इंसान से अलग करती है और एक सफल पहचान बनाने में मदद करती है|
मगर मुस्किल यह है की नयी अच्छी आदतें बनाएं कैसे?
हर नए साल की सुरुआत में newyear resolution लेतें हैं , मगर कुछ दिन में हि फिर से पुरानि आदत में वापस आ जातें हैं |
इसि परेशानी का हल है, सुरुआत करें बिलकुल छोटी आदतों से जो Mini Habits किताब हमें सिखाती है | बहोत हि छोटी silly habit से |
छोटे छोटे कदम हि हमें बड़े result देती है |
लेखक के बारें में
लेखक कई सालों से अच्छी आदतों बनाने के मामलें fail हो रहे थे | वो अच्छी Body बनाना चाहते थे , पुष्तक लिखना चाहते थे |
पर वो कर नहीं पा रहे थे | वो बहोत सारे तरीके अपनाएं जैसे की Law of Attraction, Visualization etc. मगर कोई भी कारगर साबित नहीं हुयी|
तभी वो newyear 2012 में Resolution लिए की वो daily सिर्फ एक push up करेंगें |
और यही silly आदत उन्हें अच्छी body बनाने में और बाद में book लिखने में मदद की |
और यहीं से इस book को लिखने की सुरुआत हुयी |
Mini Habit क्या है और ये कैसे काम करता है ?
बड़ा सोचना अच्छा लगता है | पर ये strategy काम नहीं करती | बड़े काम की सुरुआत से हि दिमाग डर जाता है | पर छोटे कदम उठाने से हम डर से दूर हो पाते हैं |
बड़ा सोच कर कुछ ना करने से बेहतर है की , थोडा थोडा रोज़ करें छोटा हि सही | और ये एक साथ कुछ दिनों बाद बड़े बदलाब लायेगा
अपने नाक को छू ने में कितनी महनत लगती है | बिलकुल भी नहीं | आपको लगेगा ये बच्चो वाली हरकत है | ये silly task करने में दिमाग को ज्यादा परेशानी नहीं हुयी |
एक छोटा सा काम जिसके लिए आपका मन आपको रोक नहीं पाता है और वो हो जाता है , उसमे कोई external resistance नहीं लगती है |
इसी को Mini Habit कहते हैं |
जो आदत आप अपने में डालना चाह्तें हैं उसे बहोत छोटा और आसन बनाएं और daily करें |
जैसे की exercise करना चाहतें हैं तो, 30 min का ना सोच कर 1 min करने का रोज़ सोचें | ये सुनने में stupid है पर एक बार आप सुरु हो गए तो bonus के तोर पर आप 15 min भी exercise करने लगेगें और कभी कभी 20 min भी |
पर सुरु आत हुयी बस 1 min का सोच कर |
इसे रोज़ करते रहने से कब ये आपकी आदत बन जाएगी आपको पता भी नहीं चलेगा
हमारा Brain आदत बनाने में किस तरह काम करता है?
आदतें कैसे बनती है ?
क्यों motivation चला जाता है?
क्यों हम पुराने Routine में वापस आ जातें हें?
ये सब बातें खुद में बदलाव लाने के लिए और habit बनाने के लिए जानना जरुरी है, तभी हम खुद पर काम कर पायेंगें |
हमारा अबचेतन मन(Subconscious Mind) कैसे काम करता है?
Subconscious Mind (अबचेतन मन) की चाबी है repeatations, जो काम हम बार बार करतें हैं वो हमारे Subconscious Mind में छप जाता है फिर वो काम करने की आदत बन जाती है |
क्योंकि की बार बार काम करने से Brain में एक strong neural connection बन जाता है , और वो काम फिर automatic होने लगता है |
Brain एक stupid repeater है पर वो smart manager भी है |
इसीलिए जो चीजें हम आदत में डालना चाहतें हैं उसे बार बार दोहराएं | फिर Brain में neural connection बन जायेगा और वो काम करने में आसानी होगी |
Short term pleasure जिस्से मिलती है उसे आदत बनाने में आसानी होती है | इसीलिए लोगों को Smoking की बुरी आदत जल्दी लग जाती है |
Exercise करने से उसके परिनाम कुछ हफ्ते बाद मिलती है , इसीलिए इसकी आदत जल्दी नहीं बनती है और brain को borden लगने लगता है |
आदतों से जुडी कुछ Scientific Fact
हमारे brain का prefrontal cortex decision लेता है क्या सही है और क्या गलत ? पर जब बड़े फैसले लेने होतें हैं या देर तक सोचना होता है तो ये जल्दी हार मान जाता है |
जैसे हम fridge में पड़ी icecream को देखके ना खाने का फैसला करते हैं , तो ये फैसला कुछ time तक चलता है | फिर कुछ देर बाद हम हार जातें हैं और icecream खाने लगते हैं |
मगर हम जब बार बार सही फायदे याद दिलातें हैं और खुद को रोकतें हैं तो ये Basal Ganglia में register हो जाता है | और ये आदत बन जाता है |
एक बार ये basal ganglia में चला गया तो neural connection बन जाता है और फिर अच्छी आदतों की सुरुआत हो जाती है| ये तभी होगा जब हम बार बार उस काम को दोहरायेंगें |
Motivation vs Willpower
एक अच्छी आदत बनाने में , जिससे reward लम्बे time बाद मिलेगा तब motivation बिलकुल काम नहीं करता है |
हम जब कोई अच्छी motivational video देखतें हैं या book पढतें तब हम पूरा motivated हो जातें हैं और काम को सुरु कर देतें हैं | पर कुछ दिन में motivation चला जाता है और हम पुरानी आदत में वापस आ जातें हैं |
motivation हमारे emotion हैं | कभी ज्यादा होता है कभी कम |
खराफ मौसम हो, मन अगर उदास हो , body में Hormonal Change हो तो motivation कम हो जाती है | और अगर कोई काम बार बार करें तो हम हमेसा उतना excited या motivated feel नहीं करते | इसीलिए जब हम motivated होतें तब काम करते हैं जब नहीं तो नहीं करते|
पर habit कभी कभी करने से नहीं बनती उसे रोज़ करना पड़ता है | इसीलिए motivation, habit बनाने के लिए unreliable है |
पर habit बनाने में willpower कारगर साबित होती है | पर general habit मतलब बड़े काम की आदत बनाने में willpower भी साथ नहीं देती | अगर हम कभी exercise नहीं करे हों और अचानक 30 min daily exercise का goal बनाने ले तो willpower काम नहीं करती |
हमारी इच्छासक्ति (willpower) कभी ज्यादा या कम होती है | इन् बातों से willpower कम हो जाती है |
1) Effort(काम ऐसा हो जिस्मे बहोत मेहनत करनी पड़ेगी)
2) Persive Difficulty(जब ये सोचने लगें बहोत मुस्किल आएगी इसे करने में , हमे तो ये भी नहीं आता वो भी नहीं आता)
3) negative (हमारा मन उस चीज के बारे में negative हो मुस्किल ना लगे negative हो)
4) Subjective Fatic (काम boring हो)
5) Blood Glucose (अगर body में Blood Glucose level हो )
अगर ये 5 hurdles दूर हो जाए तो willpower reliable तरीके से काम करने लगती है |
पर mini habit में उतनी willpower खर्च नहीं होती है, नाहीं ज्यादा motivation की जरुरत होती है |
Mini Habit की Strategy:
“अच्छे काम को कभी कभी करने से सफलता नहीं आती , बार बार करने से आती है “
Mini Habit को बनाने में willpower की जरुरत बहोत हि कम होती है | एक PushUp लगाने में या फिर एक paragraph daily पढने में कितना willpower लगेगा ? जवाब है बहोत हि कम/ना के बराबर
- एक push up लगाने में कितनी मेहनत लगेगी , कितना Effort लगेगा | इधर आपने सोचा उधर काम हो गया |
- ये हमारे मन को कितना कठीन लगेगा
- इस में कितनी कठिनाई आएगी
- bore होने का तो सवाल हि नहीं क्यों की काम इतना छोटा है की सुरु करते हि ख़तम हो जाएगा
- अगर body में Blood Glucose level कम भी हो तो क्या छोटा silly काम है आसानी से हो जायेगा
सुरुआत हि मुस्किल लगती है | पर goal इतना छोटा होता है mini habit में की सुरु होते हि ख़तम हो जाती है | इसीलिए ये आसानी से सुरु की जा सकती है |
नयी आदत कितने दिन में बनती है :
कहा जाता है 21 से 30 दिन लगतें हैं एक नयी आदत बनाने के लिए | पर research कहती है की 18 से 254 दिन लग जातें हैं एक नयी आदत बनाने के लिए | ये depend करता है आप कोनसी आदत बनाना चाहतें हैं |
जो ज्यादा discipline होतें हैं उनके लिए एक नयी आदत बनाना ज्यादा आसन होता है और आदत बन जाने पर, उस काम को ज्यादा करने में कम मेहनत भी लगती है |
Mini Habits के फायदे ?
“रोज़ रोज़ की आपकी सफलता , Self Efficiency और Mini Habits से आप जो achieve करना चाहते हो वो कर सकते हो |”
बड़े goal हमें डरा देती है, हमारा दिमाग बड़े काम को चार कदम बडा कर के सोचता है और डर जाता है, कैसे होगा? पर mini habit से आप रोज जीततें हैं | goal इतना छोटा होता है की दिमाग resistance नहीं करता और काम आसानी से हो जाता है|
आप सोचतें होंगे एक push up का goal से क्या होगा या एक page पढने से क्या होगा ?
पर ये आपको motion में लाती है छोटा छोटा काम करके आप अपने comfort zone से बाहर आ जातें हैं और फिर भी comfortable रहतें हैं |
सुरुआत छोटे से हुयी | सुरु 1 push up या एक paragraph पढने से हुयी पर बाद में bonus के तोर पर 5 push up कर लेतें हैं | या 5 page पढ़ लेतें हैं |
पर सुरुआत कहाँ से हुयी ? एक छोटा stupid काम से |
Newton Law कहता है जब एक चीज स्थिर(Rest Position) होती है तो उसे गति में लाने के लिए external force की जरुअत होती है | और यहाँ mini habit external force की तरह काम करता है |
और हमे आसानी से motion में ले आता है | फिर bonus के तोर पे हम ज्यादा उस काम को कर जातें हैं और ये हमारी आदतों में सामिल हो जाती है |
पहले आप unstable थे और अब unstopable हो |
सारांस Conclusion
बड़े goal बनाना अच्छा लगता है, पर इस पर डटें रहना और रोज़ motivated होके उसपे काम करना मुस्किल होता है |छोटा सुरुआत हि सही, पर सुरु तो हुआ | एक deadline दें की सोने से पहले उस छोटे से target को पूरा करेगें और एक बिजेता की तरह आप खुसी से सोने जायेंगें |
बिलकुल छोटा mini habit बनाएं जिसे रोज़ करने में आसानी हो और फिर कुछ दिनों में ये खुद हि आपकी रोज़ की दिन चरिया में सामिल हो जाएगी और bonus के तोर पे आप उस काम को ज्यादा भी करने लगेगें |
आशा है आपको Mini Habbits की summary से प्रेरणा मिली होगी और आप कुछ नया सिख पाए होंगें |
अपने बिचार , सुझाब निचे comment करके जरुर बताएं |
धन्यवाद !
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