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Shaheed Bhagat Singh Quotes in Hindi – शहीद भगत सिंह जी के अनमोल विचार

Bhagat Singh Quotes in Hindi
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१) “इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे जज़्बातों से, अगर मैं इश्क़ लिखना भी चाहूँ तो इंक़लाब लिखा जाता है।” ~भगत सिंह
1) “My pen is so aware of my feelings, Even if I want to write Ishq, Inqalaab is written.” ~Bhagat Singh

२) “जिंदगी तो अपने दम पर ही जी जाती है, दुसरों के कंधे पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं ।” ~भगत सिंह
2) “Life is lived on one’s own self, On the shoulders of others, only funerals are raised.” ~Bhagat Singh

३) “मेरे जीवन का केवल एक ही लक्ष्य है और वो है देश की आज़ादी. इसके अलावा कोई और लक्ष्य मुझे लुभा नहीं सकता |” ~भगत सिंह
3) “There is only one goal of my life and that is the freedom of the country. Apart from this, no other goal can tempt me.” ~Bhagat Singh

४) “जिन्दा रहने की हसरत मेरी भी है, पर मैं कैद रहकर अपना जीवन नहीं बिताना चाहता |” ~भगत सिंह
4) “I also have the desire to be alive, but I do not want to spend my life in captivity” ~Bhagat Singh

) “मरकर भी मेरे दिल से वतन की उल्फत नहीं निकलेगी, मेरी मिट्टी से भी वतन की ही खुशबू आएगी |” ~भगत सिंह
5) “Even after death, the troubles of the country will not come out of my heart, the smell of the country will come from my soil.” ~Bhagat Singh

) “राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं एक ऐसा पागल हूं जो जेल में भी आजाद है।”~भगत सिंह 
6) “Every tiny molecule of Ash is in motion with my heat
I am such a Lunatic that I am free even in Jail.” ~Bhagat Singh

) “आलोचना और स्वतंत्र सोच एक क्रांतिकारी के दो अनिवार्य गुण हैं |” ~भगत सिंह
7) “Criticism and independent thinking are the two indispensable qualities of a revolutionary.” ~Bhagat Singh

) “वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते। वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को कुचलने में सक्षम नहीं होंगे।” ~भगत सिंह
8) “They may kill me, but they cannot kill my ideas. They can crush my body, but they will not be able to crush my spirit.”

) “प्रेमी, पागल और कवि एक ही चीज से बने होते हैं।” ~भगत सिंह
9) “Lovers, Lunatics, and poets are made of same stuff.” ~Bhagat Singh

१०) “मैं एक मानव हूँ और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझे मतलब है।“ ~ भगत सिंह
10) “I am a man and all that affects mankind concerns me.” ~Bhagat Singh

११) “काश सूर्य उनके रहते ज्यादा चमक सके, अपनी ज़मीन का एहसास कर सके, और अपने देश की मिट्टी को अपना कह सके।” ~भगत सिंह
11) “May the sun in his course visit no land more free, more happy, more lovely, than this our own country.” ~Bhagat Singh

१२) “जो व्यक्ति विकास के लिए खड़ा है उसे हर एक रूढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी, उसमें अविश्वास करना होगा तथा उसे चुनौती देनी होगी।“ ~ भगत सिंह
12) “Any man who stands for progress has to criticise, disbelieve and challenge every item of the old faith.” ~Bhagat Sing

१३) “क्रांति मानव जाती का एक अपरिहार्य अधिकार है। स्वतंत्रता सभी का एक कभी न ख़त्म होने वाला जन्म-सिद्ध अधिकार है। श्रम समाज का वास्तविक निर्वाहक है।” ~ भगत सिंह
13) “Revolution is an inalienable right of mankind. Freedom is an imperishable birth right of all. Labour is the real sustainer of society.” ~Bhagat Singh

१४) “विद्रोह कोई क्रांति नहीं है. ये आखिरी में अंत तक ले जाता है।” ~भगत सिंह
14) “A rebellion is not a revolution. It may ultimately lead to that end.” ~Bhagat Singh

१५)”यदि बहरों को सुनाना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा।” ~भगत सिंह
15) “If the deaf is to hear, the sound has to be very loud.” ~Bhagat Singh

१६) “लोग आम तौर पर चीजों के स्थापित क्रम के आदी हो जाते हैं और बदलाव के विचार से कांपने लगते हैं। इस सुस्ती की भावना को क्रांतिकारी भावना से बदलने की जरूरत है।” ~भगत सिंह
16) “The people generally get accustomed to the established order of things and begin to tremble at the very idea of a change. It is this lethargical spirit that needs be replaced by the revolutionary spirit.” ~Bhagat Singh

१७) “जिस दिन हम इस मनोविज्ञान के साथ बड़ी संख्या में पुरुषों और महिलाओं को पाते हैं जो मानव जाति की सेवा और पीड़ित मानवता की मुक्ति के अलावा किसी और चीज के लिए खुद को समर्पित नहीं कर सकते हैं; वह दिन स्वतंत्रता के युग का उद्घाटन करेगा।” ~भगत सिंह
17) “The day we find a great number of men and women with this psychology who cannot devote themselves to anything else than the service of mankind and emancipation of the suffering humanity; that day shall inaugurate the era of liberty.” ~Bhagat Singh

१८) “बड़े बड़े साम्राज्य तहस नहस हो जाते हैं, पर विचारों को कोई ध्वस्त नहीं कर सकता |” ~भगत सिंह
18) “Big empires are destroyed, but no one can destroy ideas.” ~Bhagat Singh

१९) अगर धर्म को अलग कर दिया जाए तो राजनीति पर हम सब इकठ्ठे हो सकते हैं। धर्मों में हम चाहे अलग अलग ही रहें।
19) If religion is separated, we can all gather on politics. We may remain separate in religions.

२०) मैं खुशी से फांसी पर चढ़ूंगा और दुनिया को दिखाऊंगा कि कैसे क्रांतिकारी देशभक्ति के लिए खुद को बलिदान दे सकते हैं।
20) I will happily go to the gallows and show the world how revolutionaries can sacrifice themselves for the cause of patriotism.

२१) बुराई इसलिए नहीं बढ़ रही है कि बुरे लोग बढ़ गए हैं। बल्कि बुराई इसलिए बढ़ रही है क्योंकि बुराई सहन करने वाले लोग बढ़ गये हैं।
21) Evil is not increasing because bad people have increased. Rather, evil is increasing because people who tolerate evil have increased.

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