1665 साल के दौरान न्यूयॉर्क में प्लेग से महामारी फैल गयी थी | उस समय न्यूटन कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट थे | पर बीमारी से बचने के लिए वो वहां से दूर अलग जगह में रेहने चले गए | जहां उन्हें 1 साल से भी ज्यादा बिलकुल अकेले रहना पड़ा | बिलकुल अकेले अगर कोई कई दिन तक रहे तो संभाबना है की वो पागल हो जाएगा | मगर न्यूटन कोई साधारण व्यक्ति तो नहीं थे जो ऐसे ही पागल हो जाएँ |
उन्होंने सोचा की अपनी रिसर्च को जारी रखी जाए | किताबें तो उनके पास उतनी नहीं थी की पढके अपनी ज्ञान को बढ़ाएं | तब उन्होंने अपने मन के ज्ञान को ढूंडा | मतलब जब हम बाहार की दुनीया नहीं देख पाते, तो अपनी मन की दुनीया को झांके | और न्यूटन ने ऐसा ही किआ, वो कई बातों का विश्लेषण करें | नए नए प्रयोग किये, जिससे फिर calculus, photon और law of gravitation (गुरुत्वाकर्षण का नियम) की खोज हुयी | जब इंसान शांत होता है, और अकेले होता है तब उसकी नज़र उन चीजों पर जाती है जो पेहले नहीं गयी थी |
सेव तो पेड़ से पेहले भी गिरे थे, कई बार गिरे थे | पर न्यूटन का ध्यान तब गया जब वो एकांत थे और अपने मन से नए तथ्य का तलास कर रहे थे |
Moral Lesson Of The Story कहानी की नैतिक बातें
दोस्तों इस छोटी सी पर सच्ची कहानी से आपको क्या सिख मिलती है |
- पहली बात तो ये की महामारी की चपेट 2020 में सिर्फ लोगों को आतंकित नहीं की है, ये पेहले भी आ चुकी है |
- दूसरी बात हालात जितने भी बुरे हों, हमारी नजरिया ही बताता है की हमे उसे कैसे लेना है | उसमे कुछ अच्छाई ढूंड कर या हालात को कोस कर, निर्णय आपका है |
अपने ये कहावत तो सुनी होगी: “की मेहनत शोर नहीं करती पर उससे मिलने वाली सफलता जहां में गूंजती है | “
2020 में आये कोरोना वाली माहामारी लोगों की जाने ले रही है, उससे बचने के लिए देश में lockdown हो रहा है | व्यापार बंद हो रहे हैं, लोग बेरोजगार हो रहे हैं | ये सच है ये बहोत ही बिकट स्तिथि है | और समय लगेगा इसे ठीक होने में क्योंकि नातो सही दवाई पता है ना सही वैक्सीन काम कर रहा है | इसिलिए जरुरी है की लोग एक दुसरे से दूर रहें ताकि ये महामारी कम फैले |
lockdown में अपने समय का उपयोग कैसे करें ?
ये बात तो समझ आ गयी पर लोग घरों में रह कर हतास हो रहें हैं | समय बर्बाद हो रहा है, काम काज का नुक्सान हो रहा है ये सब बातों से लोग परेसान हो रहे हैं | तो क्या करें की समय का सही उपयोग कर पायें, कैसे खुद में जोश और सकारत्मक भाबना जगाएं ?
कैसे खुदको और दूसरों को motivate करे या प्रेरणा दे पाएं ? तो ऐसे कई तरीकें हैं जिससे आप खुद को motivate कर सकतें | कई लोगों ने इस lockdown का फायदा उठाया है अपने उन कामो को करने में जो वो कबसे करना चाहते हैं |
अभी व्यापार, स्कूल, कॉलेज सब बंद है तो चाहे वो स्टूडेंट हो या कर्मचारी सबके पास काफी समय है | तो आप ये समय का उपयोग करें नयी चीजे सिखने में |
->आप उन चीजों को सीखें जिससे आप अपने कारोबार में लगा सकते हैं या अपनी skill को बढा सकतें हैं
->अभी के समय में internet ने सबको जोड़ रखा है | तो आप online business कर सकतें हैं या पढाई कर सकतें हैं |
->अपने आपको जानने का ये सही मौका है, अपनी रूचि या passion को पेहचान कर उसमे काम कर सकतें हैं |
->कामकाज के भाग दौड़ में हम रिश्तों को उतना वक़्त नहीं दे पातें | तो इस समय अपनों को quality time दे सकतें, अपना प्यार और care दिखा सकतें हैं |
खुदको मोटीवेट करने के कुछ प्राक्टीकल टिप्स
- एक रूटीन बनाये और इसमें अपने सारे जरुरी कामों को जोड़ दें | जब हम एक रूटीन से चलते हैं तो हम ज्यादा आत्मनियंत्रित महसूस करते हैं | और इससे आप में आत्म-अनुशासन विकशित होगा |
- घर पे रहने की वजह से लोगों की खाने और सोने की टाइमिंग बिगड़ गयी है | इसीलिए सही समय पर भोजन लें और सही नींद लें | काम के समय काम करें और रात को सोने से पहले कुछ सकारात्मक चीजें करें | जैसे अच्छी पुष्तक पढ़ें, या मैडिटेशन करें |
- सबसे जरुरी है अपनी सेहत का खयाल रखना | बिकट स्तिथि में लोग बहोत चिंता करते हैं जिससे फिर उनके सेहत पे बुरा असर होता है | और फिर ये बीमारी से लड़ने की ताकत को कम करता है | इसीलिए कम से कम रोज़ 20 min ब्यायाम करें | अपने सुबिधा के हिसाब से कोई भी ब्यायाम या योगा करें | कुछ प्राणायाम या breathing exercise करने से हमारा दिल और दिमाग दोनों अच्छे से काम करते हैं | और हमारे अंदर एक नयी उर्जा का संचार होता है | इसीलिए ब्यायाम की आदत बनायें |
- सेहतमंद खाना खाएं जिससे आपकी शरीर स्वस्थ रहेगा और रोग से लड़ने की शक्ति बढ़ेगी |
- कुछ अच्छी प्रेरणादायक किताबें पढ़ें या उसकी summary online सुने | कई अच्छी बातें और ज्ञान हम आस पास के लोगों से नहीं सिख पातें | पर किताबें हमे बहोत कुछ सिखाती है जिससे हम अपना जीवन बेहतर बना सकते हैं | कहा भी तो जाता है की किताबें हमारी सच्ची दोस्त है | इसिलिए थोड़ी देर ही सही पर कुछ अच्छी किताबें पढ़े या उसकी ऑडियो बुक सुने |
- नेचर से खुद को कनेक्ट करें | कुदरत से हम बने हैं जब हम खुदको प्रकृति से जोड़तें हैं तो हमारे शरीर में उर्जा आती है और इसका हर हिस्सा सही से काम करती है | इसलिए अपने बालकॉनी या छत पे सुबह की धुप लें |
सारंस
हालात चाहे जितना भी बुरा क्यों ना हो उसका अंत जरुर होता है और अच्छा वक़्त जरुर आता है | खुद में विश्वास रखें और अपने इश्वर पे विश्वास करें | जल्दी ही सब कुछ अच्छा हो जाएगा | अगर रूटीन बनाना और उसे follow करना कठिन लगे तो आसान और सरल रूटीन से सुरुआत करें |
अच्छे बदलाव लाना और उसपे टिके रहने में वक़्त लगता है | पर लगातार प्रयास से उसे पाया जा सकता | तो सकारत्मक नजरिया अपनाएं और खुस रहें | आपका दिन शुभ हो धन्यबाद !
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