स्वामी वीवेकानंद कोन थे ?
स्वामी वीवेकानन्द एक युवा सन्यासी थे | पुरे विश्व में भारतियें संस्कृति को फ़ैलाने वाले और अपने महान विचारों से युवा पीढ़ी में जागृति लाने वाले महान व्यक्ति थे | कई महान लोग जैसे की निकोला टेस्ला, रवीद्रनाथ टैगोर, महात्मा गाँधी सभी स्वामी विवेकानन्द जी को अपना आदर्स मानते थे |
गरीबों की सेवा के लिए उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्ठापना की और युवा में प्रगति करने के लिए जोश और उत्शाह भर दिया | इसलिए उनके जन्म दिवस को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है | उन्होंने भारतीय वेदों के ज्ञान को सरल भाषा में पूरी दुनीया तक पहोंचाया है | वो एक सन्यासी थे, पर इसके साथ देश के प्रगति के लिए कार्य भी किये थे |
अपने महान विचार और ज्ञान से युवाओ में ये सोच को जन्म दिए थे की कैसे वो अपने अंदर छुपे शक्ति को बाहार ला सकते हैं और देश की प्रगति कर सकते हैं |
Swami Vivekananda Ke Vichar in Hindi
-> अगर सच में इश्वर की सेवा करनी है तो, उन गरीबों की मदद करो जो भूक और दुःख से पीड़ित हैं | गरीबों और दुखी की सेवा ही सच्ची इश्वर भक्ति है |
->स्वम पर विस्वास रखें | सच्ची विश्वास की शक्ति से इंसान कुछ भी करा सकती है |
->“लक्ष्य के लिए खड़े हो तो एक पेड़ की तरह, गिरो तो एक बिज की तरह, ताकि दोबारा उठ कर उस लक्ष्य के लिए फिर से जंग कर सको |”
स्वामी विवेकानन्द पुरे विश्व में अपने गुरु रामक्रिष्ण से सीखे ज्ञान को फैलाना चाहते थे | उस लक्ष्य को पूरा करने में उन्हें कई अडचने आये | पर वो हर मुस्किल का सामना किये और अपने विश्वास के दम पर अपने लक्ष्य को पुरा किया |
स्वामी जी केहते हैं अगर आपमें पूरा विश्वास है, तो कोई भी परेसानी आपका कुछ नहीं कर पाएगी | आप हर मुस्किल पार कर जाओगे |
->इंसान बहोत कुछ करना चाहता है | खुदके लिए, अपने परिवार के लिए, समाज़ के लिए | पर वो कदम नहीं उठा पाता |
क्योंकि कोई चीज अगर उसे रोकती है तो उसके अंदर बसा हुआ डर | और डर है: हारने का डर, अडचने आने का डर | इसिलए स्वामी जी कहते हैं डर का सामना करो | उससे भागो नहीं, तभी अपने निहित असीम शक्ति का पूर्ण उपयोग कर पाओगे |
->“खुदको कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है |” डर का सामना करो, डर से डरो नहीं | इंसान को अगर कोई चीज कमजोर करती है तो वो है उसके अंदर छुपा हुआ डर |
Swami Vivekanda Quotes in Hindi
- तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना हैं। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही हैं
- ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हमही हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार हैं।
- एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।
- चिंतन करो, चिंता नहीं, नए विचारों को जन्म दो।
- हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते हैं।
- जैसा तुम सोचते हो, वैसे ही बन जाओगे। खुद को निर्बल मानोगे तो निर्बल और सबल मानोगे तो सबल ही बन जाओगे।
- सच्ची सफलता और आनंद का सबसे बड़ा रहस्य यह है- वह पुरुष या स्त्री जो बदले में कुछ नहीं मांगता। पूर्ण रूप से निःस्वार्थ व्यक्ति, सबसे सफल हैं।
- उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य हासिल ना हो जाये |
- जब तक जीना तब तक सीखना | अनुभव ही जगत का सर्वोतम शिक्षक है |
- हम जो बोतें हैं वही काटतें हैं | हम स्वम ही अपने भग्य के निर्माता हैं |
- सारी शक्ति तुम्हारे भीतर है। आप कुछ भी कर सकते हैं। उस पर विश्वास करो। विश्वास मत करो कि तुम कमजोर हो; विश्वास मत करो कि तुम आधे पागल पागल हो, जैसा कि आजकल हम में से अधिकांश करते हैं। खड़े हो जाओ और अपने भीतर की दिव्यता को व्यक्त करो।
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